August 17, 2023 0 हिटलर के दौर के जर्मन सिनेमा की राह पर हिंदी फिल्में By Yatharth जवरीमल्ल पारख सिनेमा की शुरुआत के दौर से ही इस बात को पहचान लिया गया था कि सिनेमा प्रचार का…
August 17, 2023 0 यह हमारी विफलता है कि प्रेमचंद आज भी प्रसांगिक है By Yatharth कुमार ज्योतिष साहित्य जगत में शायद ही कोई ऐसा पाठक हो जो प्रेमचंद को न जानता हो या यूं कहें…
August 17, 2023 0 आईना By Yatharth गजेंद्र रावत वो आईना लिए घूमता है शहर शहर बेखौफ! बिंदास! और मच गई है खलबली हर तरफ सत्ता के…
August 17, 2023 0 लोहे का दुर्ग By Yatharth प्यारे लाल ‘शकुन‘ तेरे दुर्ग की लौह प्राचीरें जंग खाकर जर्जरित हो चुकी हैं अब उसमें बेसुध सोये हुए लोग…
August 17, 2023 0 लाल हमारा रंग By Yatharth ए एन सी कुमालो हमें ऐसी कविताओं की जरूरत है जिनमें खून के रंग की आभा हो और दुश्मनों के…
August 17, 2023 0 अपनी उपलब्धियां बताने का समय नहीं है यह By Yatharth कैलाश मनहर (कैलाश मनहर द्वारा प्रस्तुत इस कविता में मुख्य रूप से फासीवाद के खिलाफ संघर्ष में उतरने के लिए…
August 17, 2023 0 ‘उम्मीद’ By Yatharth नाजिम हिकमत क्रांतिकारी कवि की 60वीं मृत्य वार्षिकी पर उनकी कविता मैं कविताएं लिखता हूं पर उनको कोई नहीं छापता…
August 17, 2023 0 हम जो तारीक राहों में मारे गए By Yatharth तेरे होंटों के फूलों की चाहत में हम दार की खुश्क टहनी पे वारे गए तेरे हातों की शम्ओं की…
May 25, 2023 0 किस्से By Yatharth राजेंद्र वर्मा तुम्हारी बैठकी में चल रहे सिंगार के किस्से, किसी के घर सिसकते हाय! अत्याचार के किस्से, रचे तुमने…
May 25, 2023 0 ‘विद्रोह का गीत’ By Yatharth सुकांत भट्टाचार्य प्रगतिशील युवा कवि की 76वीं मृत्यु वार्षिकी पर उनकी कविता बज उठी है क्या समय की घड़ी? तो…