Category: कला एवं संस्कृति

August 17, 2023 0

लोहे का दुर्ग

By Yatharth

प्यारे लाल ‘शकुन‘ तेरे दुर्ग की लौह प्राचीरें जंग खाकर जर्जरित हो चुकी हैं अब उसमें बेसुध सोये हुए लोग…

August 17, 2023 0

लाल हमारा रंग

By Yatharth

ए एन सी कुमालो हमें ऐसी कविताओं की जरूरत है जिनमें खून के रंग की आभा हो और दुश्मनों के…

August 17, 2023 0

‘उम्मीद’

By Yatharth

नाजिम हिकमत क्रांतिकारी कवि की 60वीं मृत्य वार्षिकी पर उनकी कविता मैं कविताएं लिखता हूं पर उनको कोई नहीं छापता…

May 25, 2023 0

किस्से

By Yatharth

राजेंद्र वर्मा तुम्हारी बैठकी में चल रहे सिंगार के किस्से, किसी के घर सिसकते हाय! अत्याचार के किस्से, रचे तुमने…

May 25, 2023 0

‘विद्रोह का गीत’

By Yatharth

सुकांत भट्टाचार्य प्रगतिशील युवा कवि की 76वीं मृत्यु वार्षिकी पर उनकी कविता बज उठी है क्या समय की घड़ी? तो…

March 13, 2023 0

‘आज बाजार में’ – फैज अहमद फैज

By Yatharth

मशहूर क्रांतिकारी शायर के 112वें जन्म दिवस पर उनकी नज्म चश्म-ए-नम जान-ए-शोरीदा काफी नहीं तोहमत-ए-इश्क-ए-पोशीदा काफी नहीं आज बाजार में…