किसान साथियों! अतिसावधान हो जाइए, आंदोलन की लगाम को और सख्ती से पकड़े रहिये, अन्य सभी लंबित मांगों को पहले की तुलना में और ज्यादा मजबूती से पेश कीजिए और उनके पूरे होने तक डटे रहिये, अन्य जनवादी मांगें पेश कीजिये और भेड़िये को दुबारा पलटवार करने का कोई मौका मत दीजिये!