September 18, 2022 0 क्रांतिकारी कवि गजानन माधव मुक्तिबोध की 58वीं मृत्यु वार्षिकी By Yatharth पूंजीवादी समाज के प्रति इतने प्राण, इतने हाथ, इतनी बुद्धि इतना ज्ञान, संस्कृति और अंतःशुद्धि इतना दिव्य, इतना भव्य, इतनी…
September 18, 2022 0 बीसवीं शताब्दी के प्रगतिशील कवि दुष्यंत कुमार के 89वें जन्मदिवस पर उनकी कविताएं By Yatharth आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख घर अंधेरा…
September 18, 2022 0 कालजयी व्यंग्यकार व लेखक हरिशंकर परसाई की याद में उनकी कविता By Yatharth क्या किया आज तक क्या पाया? मैं सोच रहा, सिर पर अपार दिन, मास, वर्ष का धरे भार पल, प्रतिपल…
September 18, 2022 0 विक्टर लिडियो जारा मार्टिनेज By Yatharth चिली के क्रांतिकारी संगीतकार, कवि व कम्युनिस्ट कार्यकर्ता, जिन्हें अमेरिका द्वारा साल्वाडोर अल्लेंदे की सरकार को जबरन हटाने के क्रम…
June 20, 2022 0 वो सब कुछ करने को तैयार By Yatharth बर्तोल्त ब्रेख्त वो सब कुछ करने को तैयार सभी अफसर उनके जेल और सुधार-घर उनके सभी दफ्तर उनके कानूनी किताबें…
June 20, 2022 0 पाठकों की कलम से By Yatharth कैलाश मनहर / साहित्य विजय की कविताएं तुम बुलाते हो साहित्य विजय तुम बुलाते हो नदियों को पेड़ों को, झरने…
June 20, 2022 0 सोवियत क्रांतिकारी लेखक व राजनीतिक कार्यकर्ता By Yatharth मैक्सिम गोर्की 28 मार्च 1868 – 18 जून 1936की 86वीं मृत्यु वार्षिकी पर उनकी महान रचना ‘मां’ के नायक पावेल…
June 20, 2022 0 जब से मुझे इस गड्ढे में फेंका गया By Yatharth नाजिम हिकमत 15 जनवरी 1902 – 3 जून 1963की 59वीं मृत्यु वार्षिकी पर अपने जेल के दिनों में उनके द्वारा…
May 9, 2022 0 प्रगतिकामी संस्कृति के अन्वेषक राहुल सांकृत्यायन By Yatharth शैलेन्द्र चौहान प्रगतिकामी संस्कृति के अन्वेषक राहुल सांकृत्यायन – शैलेन्द्र चौहान राहुल सांकृत्यायन उन विशिष्ट साहित्य सर्जकों में हैं जिन्होंने…
May 9, 2022 1 दो गज़लें By Yatharth जय चक्रवर्ती 1. फल का ठेला कहाँ लगाएँ सोच रहे सरताज मियां, दो रोटी किस तरह कमाएँ सोच रहे सरताज…