Category: कला एवं संस्कृति

January 19, 2022 0

मिटेंगे अब अपराधों के साये

By Yatharth

शैलेन्द्र चौहान वर्षों की धुंध, सामंतों, जमीदारों, साहूकारों, बिचौलियों और सहकारी मंडियों का फरेब पूंजीपतियों की बिसात तुम्हारा खून पसीना…

January 17, 2022 0

मजदूर बस्तियां

By Yatharth

आदित्य कमल ये हमारी बस्तियाँ हैंमज़दूर बस्तियाँ हैंनगरों के हाशिए परशहरों की तलछटों मेंफैलीं यहाँ-वहाँ हैंये हमारी बस्तियाँ हैंमज़दूर बस्तियाँ…

January 17, 2022 0

गीत / कैलाश मनहर

By Yatharth

अट्टहास करता हैजब हत्यायेंकरता तानाशाह । जो प्रतिरोधकरे उस पर हीवक्र दृष्टिपड़ती है अक्सर ।तेज़ धारतलवार चलाकरती है सचकहने वालों…