सोवियत क्रांतिकारी लेखक व राजनीतिक कार्यकर्ता
June 20, 2022मैक्सिम गोर्की
28 मार्च 1868 – 18 जून 1936की 86वीं मृत्यु वार्षिकी पर उनकी महान रचना ‘मां’ के नायक पावेल द्वारा अदालत में दिया गया बयान
अलेक्सेई मक्सिमोविच पेश्कोव, जिन्हें हम मैक्सिम गोर्की के नाम से जानते हैं, एक सोवियत क्रांतिकारी लेखक और राजनीतिक कार्यकर्त्ता थे। वह अपने अजर-अमर क्रांतिकारी उपन्यास ‘मां’ (1906) के लिए सुप्रसिद्ध तो हैं ही, उन्होंने ‘समाजवादी यथार्थवाद’ साहित्यिक पद्धति की स्थापना भी की थी और रूसी क्रांति के पहले व उसके दौरान भी वे लेनिन की बोल्शेविक पार्टी में सक्रीय थे।
“हम क्रांतिकारी हैं और उस समय तक क्रांतिकारी रहेंगे जब तक इस दुनिया में यह हालत रहेगी कि कुछ लोग सिर्फ हुक्म देते हैं और कुछ लोग सिर्फ काम करते हैं। हम उस समाज के खिलाफ हैं जिनके हितों की रक्षा करने की आप जज लोगों को आज्ञा दी गयी है। हम उसके कट्टर दुश्मन हैं और आपके भी और जब तक इस लड़ाई में हमारी जीत न हो जाए, हमारी और आपकी कोई सुलह मुमकिन नहीं है। और हम मजदूरों की जीत यकीनी है! आपके मालिक उतने ताकतवर नहीं हैं जितना कि वे अपने आपको समझते हैं। यही संपत्ति जिसे बटोरने और जिसकी रक्षा करने के लिए वे अपने एक इशारे पर लाखों लोगों की जान कुर्बान कर देते हैं, वही शक्ति जिसकी बदौलत वे हमारे ऊपर शासन करते हैं, उनके बीच आपसी झगड़ों का कारण बन जाती है और उन्हें शारीरिक तथा नैतिक रूप से नष्ट कर देती हैं। संपत्ति की रक्षा करने के लिए उन्हें बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ती है। असल बात तो यह है कि आप सब लोग, जो हमारे मालिक बनते हैं हमसे ज्यादा गुलाम हैं। हमारा तो सिर्फ शरीर गुलाम है, लेकिन आपकी आत्माएं गुलाम हैं। आपके कंधे पर आपकी आदतों और पूर्व–धारणाओं का जो जुआ रखा है उसे आप उतारकर फेंक नहीं सकते। लेकिन हमारी आत्मा पर कोई बंधन नहीं है। आप हमें जो जहर पिलाते रहते हैं वह उन जहरमार दवाओं से कहीं कमजोर होता है जो आप हमारे दिमागों में अपनी मर्जी के खिलाफ उड़ेलते रहते हैं। हमारी चेतना दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और सबसे अच्छे लोग, वे सभी लोग जिनकी आत्माएं शुद्ध हैं हमारी ओर खिंचकर आ रहे हैं। इनमें आपके वर्ग के लोग भी हैं। आप ही देखिये – आपके पास कोई ऐसा आदमी नहीं है जो आपके वर्ग के सिद्धांतों की रक्षा कर सके; आपके वे सब तर्क खोखले हो चुके हैं जो आपको इतिहास के न्याय के घातक प्रहार से बचा सकें, आपमें नए विचारों को जन्म देने की क्षमता नहीं रह गयी है, आपकी आत्माएं निर्जन हो चुकी हैं। हमारे विचार बढ़ रहे हैं, अधिक शक्तिशाली होते जा रहे हैं, वे जन-साधारण में प्रेरणा फूंक रहे हैं और उन्हें स्वतंत्रता के संग्राम के लिए संगठित कर रहे हैं। यह जानकर कि मजदूर वर्ग की भूमिका कितनी महान है, सारी दुनिया के मजदूर एक महान शक्ति के रूप में संगठित हो रहे हैं – नया जीवन लाने की जो प्रक्रिया चल रही है उसके मुकाबले में आपके पास क्रूरता और बेहयाई के अलावा और कुछ नहीं है। परंतु आपकी बेहयाई भोंडी है और आपकी क्रूरता से हमारा क्रोध और बढ़ता है। जो हाथ आज हमारा गला घोंटने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं वही कल साथियों की तरह हमारे हाथ थाम लेने को आगे बढ़ेंगे। आपकी शक्ति धन बढ़ाते रहने की मशीनी शक्ति है, उसने आपको ऐसे दलों में बांट दिया है जो एक-दूसरे को खा जाना चाहते हैं। हमारी शक्ति सारी मेहनतकश जनता की एकता की निरंतर बढ़ती हुई चेतना की जीवन-शक्ति में है। आप लोग जो कुछ करते हैं वह पापियों का काम है, क्योंकि वह लोगों को गुलाम बना देता है। आप लोगों के मिथ्या प्रचार और लोभ ने पिशाचों और राक्षसों की अलग एक दुनिया बना दी है जिसका काम लोगों को डराना-धमकाना है। हमारा काम जनता को इन पिशाचों से मुक्त कराना है। आप लोगों ने मनुष्य को जीवन से अलग करके नष्ट कर दिया है; समाजवाद आपके हाथों टुकड़े–टुकड़े की गई दुनिया को जोड़कर एक महान रूप देता है और यह होकर रहेगा।”