कॉ अजय सिन्हा के इलाज में क्रांतिकारी आंदोलन से मिले सहयोग के लिए

June 20, 2022 0 By Yatharth

धन्यवाद ज्ञापन हेतु जारी बयान

पी आर सी

प्रिय कामरेडों व साथियों,

जैसा कि पहले से ज्ञात है कि अप्रैल के पहले सप्ताह में कामरेड अजय सिन्हा, महासचिव, पीआरसी सीपीआई (एमएल), जो ‘द ट्रुथ’ और ‘यथार्थ’ के संपादक मंडल सदस्य भी हैं, को कई दिनों से बीमार होने के पश्चात पटना के आई.जी.आई.एम.एस. अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। मस्तिष्क के दाहिने हिस्से में खून के थक्कों की पुष्टि के बाद (जो कुछ ही साल पहले एक चोट के बाद धीमी गति से निरंतर रक्त प्रवाह के कारण हुआ) उनका ऑपरेशन 10 अप्रैल 2022 को सफलतापूर्वक पूरा हुआ और 16 अप्रैल को वह डिस्चार्ज हुए।

शुरुआत में तेजी से बिगड़ती स्थितियों के कारण हम अभिभूत थे और इलाज के अलावा किसी और चीज पर ध्यान केंद्रित करने की स्थिति में नहीं थे। उस समय कामरेड नंद किशोर सिंह (भाकपा-माले) ने स्वतः कम्युनिस्ट आंदोलन व अन्य लोकतांत्रिक संगठनों को सूचित करने की पहल की और मदद की अपील जारी की। सूचना मिलते ही आंदोलन के हर छोर से मदद आनी शुरू हो गई। गौरतलब है कि उनके द्वारा कोई व्यक्तिगत फोन कॉल नहीं किया गया था; यह प्रतिक्रिया पूरी तरह से सामान्य अपील पर आधारित थी। इसके अलावा पार्टी के करीबी हमदर्द (सिम्पथाइजर) भी हमारे साथ हर कदम पर चट्टान की तरह मजबूती से खड़े रहे और आर्थिक व शारीरिक रूप से योगदान देते रहे।

इलाज की प्रक्रिया के दौरान ही जब लागत के अनुपात में पर्याप्त राशि प्राप्त हो गई तो हमने आगामी योगदान की प्रक्रिया को रोकने का फैसला किया और अपने सिम्पथाइजरों व क्रांतिकारी आंदोलन के शुभचिंतकों को तदनुसार सूचित किया। हमें ठीक ही विश्वास था कि कम्युनिस्ट क्रांतिकारी आंदोलन और अन्य लोकतांत्रिक संगठन व लोग जरूरत पड़ने पर हमारी मदद में पीछे नहीं हटेंगे, हालांकि शुक्र है कि यह जरूरत ही नहीं आई। कामरेड अजय सिन्हा की हालत अब पहले से बेहतर है और वे तेजी से स्वस्थ होने की प्रक्रिया में हैं। हमें उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि मजदूर वर्ग की मुक्ति की लड़ाई में अपनी भूमिका निभाने के लिए वह जल्द दुबारा मैदान में दिखेंगे।

हम उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करना चाहते हैं जो इस कठिन समय में हमारे साथ खड़े रहे और जिन्होंने निःस्वार्थ रूप से आर्थिक, शारीरिक और नैतिक सहयोग प्रदान किया, जिनके बिना ऐसी अनिश्चित स्थिति से बाहर निकलना लगभग असंभव होता। हम कामरेड नंद किशोर सिंह को विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहते हैं, जिन्होंने स्वतः क्रांतिकारी आंदोलन को सूचित करने व मदद की अपील जारी करने की पहल ली, तब जब यह अत्यंत आवश्यक था। ऐसे ही कुछ साथियों की सूची नीचे दी गई है जिनका सहयोग अपील के माध्यम से मिला –

1. नंद किशोर सिंह (भाकपा-माले)

2. कुणाल (भाकपा-माले लिबरेशन)

3. सुमित रॉय

4. बीरेंद्र कुमार

5. आर. एन. झा

6. के. एन. राय

7. अखिलेश्वर प्रसाद

8. अखिलेश सुमन

9. पुष्पेंद्र कुमार सिंह (TISS, पटना)

10. मनोज कुमार सिन्हा

11. रामकविंदर सिंह

12. विजय कुमार चौधरी

13. सी. ए. प्रियदर्शी

14. नागेश्वर प्रसाद

15. निर्माण व असंगठित श्रमिक यूनियन (आदित्य कमल)

16. विवेक (बिगुल मजदूर दस्ता)

17. अखिलेश

18. कमलकांत कुइला

प्रोलेतारियन रिआर्गनाइजिंग कमेटी,

सीपीआई (एम.एल.)

26 मई 2022