हम इंकलाब हैं
October 19, 2022(वीमेन डेमोक्रेटिक फ्रंट द्वारा पाकिस्तान में आयोजित ‘औरत आजादी मार्च 2020’ के अवसर पर इस्मत शाहजहां द्वारा लिखा गया गीत)
हम जब्र का निजाम गिराने वाले हैं
हम एक नया समाज बनाने वाले हैं
हम पितरशाही राज गिराने वाले हैं
हम एक नया समाज बनाने वाले हैं
हम इंकलाब हैं, हम इंकलाब हैं
हम किसी की जागीर नहीं, इंकलाब हैं
हम जुल्म की तसवीर नहीं, इंकलाब हैं
हम जिरगा-ओ-जागीर को भी ढाने वाले हैं
औरत की आजादी का अल्म लाने वाले हैं
घर-बाहर की तकसीम को रद्द करने वाले हैं
मेहनत के नये कायदे बनाने वाले हैं
हम इंकलाब हैं, हम इंकलाब हैं
हम जब्र-ओ-तशद्दुद से भी अब लड़ने वाले हैं
नया निसाब-ए-इश्क भी बनाने वाले हैं
जिस छत के नीचे कातिल साथ रहते हों
अब उन छतों को हम गिराने वाले हैं
हम इंकलाब हैं, हम इंकलाब हैं
हम जंगी इत्तेसात को गिराने वाले हैं
इल्म-ओ-अमन का गीत गाने वाले हैं
हम तबका की तकसीम को भी ढाने वाले हैं
हम समाजी इन्साफ को लाने वाले हैं
हम कौमी ऊंच-नीच को बदलने वाले हैं
कौमी बराबरी को हम लाने वाले हैं
मेहनतकशों के राज को बनाने वाले हैं
हम इंकलाब-जिन्दाबाद गाने वाले हैं
हम इंकलाब हैं, हम इंकलाब हैं
हम इंकलाब हैं, हम इंकलाब हैं