‘एनएमएसयू’ द्वारा मुआवजे की एक और लड़ाई जीत ली गयी – मजदूरों द्वारा पूर्व की निर्भीक लड़ाइयों में हासिल की गयी प्रतिष्ठा की अहम भूमिका
December 20, 2022जमीनी रिपोर्ट | पटना, बिहार
एक और जीत परंतु इस बार घेराव और प्रदर्शन के बिना ही! मजदूरों द्वारा पहले लड़ी गयी बेखौफ लड़ाइयों के प्रभाव ने निभाई मुख्य भूमिका!
विगत 12 तारीख को देर शाम एक मजदूर साथी (कॉम रामावतार), जो हमारे यूनियन के अगुआ सदस्य एवं 4 सालों से मजदूरों के बीच से निकले एक विश्वस्त साथी हैं, के 11 हजार वोल्ट वाली हाई टेंशन वायर से (खेमनीचक में काम के दौरान) हाथ और पैरों में झटका लगने से घायल हो जाने की सूचना मिली। हालांकि वे बच गए हैं और इस इलाके में कई महीनों बाद अचानक मन को तकलीफ देने वाली एक और दुखद खबर सच होते-होते रह गयी। इसी के साथ मानसिक पीड़ा व दुख से पूरी तरह भरे मन से एक और कटु संघर्ष (लेकिन दिन और रात चलने वाले लंबे सतत संघर्ष की नहीं) की तैयारी करनी पड़ी, जो उनके समुचित मुआवजे (वे जो काम करते हैं उसके आधार पर एक महीने तक मालिक द्वारा मजदूरी देने व पूरी तरह स्वस्थ होने तक इलाज का पूरा खर्च वहन करने), तथा काम के दौरान मजदूरों की आम सुरक्षा के मुद्दे पर संघर्ष शुरू किया गया। यह लड़ाई सभी मांगों के मालिक द्वारा स्वीकृत कर लिए जाने और अक्षरशः लागू किये जाने के बाद 13 दिसंबर की शाम को खत्म कर दी गयी। श्रम विभाग ने भी अपनी तरफ से कानून प्रदत्त मदद देने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मालिक ने एक महीने के घर खर्च के लिए 15 हजार और इलाज कर रहे डॉक्टरों से बातचीत के आधार पर आगे इलाज जारी रखने हेतु होने वाले खर्च (अब तक खर्च हुई राशि के अतिरिक्त) की राशि घायल मजदूर साथी कॉम रामावतार के हाथ में सौंप दी है। साथी रामावतार ठीक और खतरे से बाहर हैं। हाथ, पैर व छाती में बिजली का घात चमड़े तक सीमित है और वे अभी भी चल फिर रहे हैं, बोल और खा-पी रहे हैं। कल उन्हें साईं अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। इस लड़ाई को जीतने के पीछे ‘निर्माण मजदूर संघर्ष यूनियन’ (एनएमएसयू) द्वारा मजदूरों के साथ मिल कर लड़ी गई दर्जनों लड़ाइयों का परिणाम है।