मजदूर वर्ग के क्रांतिकारी स्वरों एवं विचारों का मंच
पूंजीवाद का संकट श्रमिकों की कम क्रयशक्ति के कारण कम खपत का परिणाम नहीं, बल्कि उत्पादन संबंधों और उत्पादित माल पर स्वामित्व में बुनियादी अंतर्विरोध का नतीजा है। इसलिए, इन संकटों के समाधान की मांग है, निजी संपत्ति मालिकों के मुनाफे के लिए संचालित व्यवस्था के बजाय उत्पादन के समाजीकरण के साथ ही उत्पादन के साधनों के स्वामित्व के भी समाजीकरण पर आधारित सामूहिक सामाजिक जरूरतों की पूर्ति के लिए योजनाबद्ध उत्पादन की समाजवादी प्रणाली।