Tag: कविताएं

May 4, 2024 0

मजदूर दिवस पर!

By Yatharth

कंवल भारती हम बदलेंगे, जग बदलेगा, बदलेगा जुग सारा है। भागो नहीं दुनिया को बदलो, यही क्रान्ति का नारा है।।टेक।।…

December 18, 2023 0

‘बोल’

By Yatharth

फैज़ अहमद फैज़ बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे बोल ज़बाँ अब तक तेरी है तेरा सुत्वाँ जिस्म है तेरा…

December 18, 2023 0

ईश्वर को सूली

By Yatharth

दुष्यंत कुमार की 48वीं मृत्युवार्षिकी पर उनकी कविता जो 1966 में बस्तर गोली कांड पर उनकी प्रतिक्रिया के रूप में…

October 5, 2023 0

प्रतिबद्धता

By Yatharth

अवतार सिंह ‘पाश’ 73वें जन्मदिवस पर उनकी रचना हम झूठ मूठ का कुछ भी नहीं चाहते जिस तरह हमारी मांसपेशियों…

October 5, 2023 0

‘इंतजार’

By Yatharth

मुक्तिबोध क्रांतिकारी कवि व साहित्यकार की 59वीं मृत्यु वार्षिकी पर उनकी कविता हम उस दिन का करते हैं इंतजार जब…

August 17, 2023 0

आईना

By Yatharth

गजेंद्र रावत वो आईना लिए घूमता है शहर शहर बेखौफ! बिंदास! और मच गई है खलबली हर तरफ सत्ता के…

August 17, 2023 0

लोहे का दुर्ग

By Yatharth

प्यारे लाल ‘शकुन‘ तेरे दुर्ग की लौह प्राचीरें जंग खाकर जर्जरित हो चुकी हैं अब उसमें बेसुध सोये हुए लोग…

August 17, 2023 0

लाल हमारा रंग

By Yatharth

ए एन सी कुमालो हमें ऐसी कविताओं की जरूरत है जिनमें खून के रंग की आभा हो और दुश्मनों के…