Category: फासिस्ट मुहिम

August 29, 2024 0

जातीय नफरत की सवर्णवादी दक्षिणपंथी उन्मादी प्रतिक्रिया उभारने की संघी कोशिश का विरोध करें

By Yatharth

संपादकीय | ‘यथार्थ’ (जुलाई-अगस्त 2024) | ‘ऐ नेताजी! कौन जात हो?’ शीर्षक से 5 अगस्त 2024 को प्रकाशित एक संपादकीय[1]…

August 29, 2024 0

ब्रिटेन में फिर से सिर उठाते फासीवाद का जनता ने सड़कों पर दिया मुंहतोड़ जवाब

By Yatharth

सिद्धांत | विगत 30 जुलाई को ब्रिटेन के कई शहरों में एक साथ धुर-दक्षिणपंथी और फासीवादी ताकतों के हिंसक प्रदर्शन…

July 5, 2024 0

नए क्रिमिनल कानून : पुराने औपनिवेशिक काल के आपराधिक कानूनों से ज्यादा दमनकारी साबित होंगे नए फासीवादी काल के कानून

By Yatharth

सिद्धांत भारत में आपराधिक कानून प्रणाली को संचालित करने हेतु मुख्यतः तीन कानून हैं – भारतीय दंड संहिता, 1860 (आईपीसी),…

May 4, 2024 1

भाजपा को हराना जरूरी है, 

By Yatharth

लेकिन क्रांतिकारी जन-उभार की सरकार ही फासीवाद का अंत कर सकती है संपादकीय, मार्च-अप्रैल 2024 पूरे देश में चुनाव की सरगर्मियां…

March 1, 2024 0

उत्तराखंड UCC – समानता के नाम पर सांप्रदायिक एजेंडा और पितृसत्ता को मजबूती देने वाला एक और कदम

By Yatharth

सिद्धांत 6 फरवरी 2024 को उत्तराखंड विधान सभा में भाजपा की राज्य सरकार द्वारा ‘समान नागरिक संहिता’ या ‘यूनिफार्म सिविल…

December 18, 2023 0

अनुच्छेद 370 का फैसला – सरकार के आगे नतमस्तक होने के लिए तर्क गढ़ती न्यायपालिका

By Yatharth

सिद्धांत सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के निरस्त किए जाने तथा जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा छीन…

December 18, 2023 0

फासीवाद के विरुद्ध वैचारिक-राजनीतिक एकता एवं व्यवहारिक एकजुटता कायम करें!

By Yatharth

(जनचेतना यात्रा के बिहार चैप्टर द्वारा जारी पर्चे को संदर्भ में लेते हुए एक त्वरित टिप्पणी) पीआरसी सीपीआई (एमएल) जन…

October 5, 2023 0

संविधान बदलाव की कोशिश – अधमरे बुर्जुआ जनवाद को फासीवादी ताबूत में दफनाने की तैयारी

By Yatharth

संविधान कोई ‘पवित्र पुस्तक’ नहीं, किंतु सत्ता की असल शक्ति मेहनतकशों, शोषितों-उत्पीड़ितों को सौंपने वाला अग्रगामी बदलाव ही स्वीकार्य संपादकीय,…

August 22, 2023 0

संविधान बदलाव – अधमरे बुर्जुआ जनवाद को फासीवादी ताबूत में दफनाने की तैयारी

By Yatharth

संविधान कोई ‘पवित्र पुस्तक’ नहीं, किंतु सत्ता की असल शक्ति मेहनतकशों, शोषितों-उत्पीड़ितों को सौंपने वाला अग्रगामी बदलाव ही स्वीकार्य सर्वहारा,…